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द्वारिका प्रसाद माहेश्वरी - Dwarika Prasad Maheshwari
उठो धरा के अमर सपूतो – द्वारिका प्रसाद माहेश्वरी | Utho Dhara Ke Amar Saputon – Dwarika Prasad Maheshwari
उठो धरा के अमर सपूतोपुनः नया निर्माण करो।जन जन के जीवन में फिर सेनई स्फूर्ति, नव प्राण भरो।
नया प्रात है, नई बात है,नई किरण...
सुभद्राकुमारी चौहान | Subhadrakumari Chauhan
कोयल – सुभद्रा कुमारी चौहान | Koyal – Subhadra Kumari Chauhan
देखो कोयल काली हैपर मीठी है इसकी बोलीइसने ही तो कूक–कूक करआमों में मिसरी घोली
कोयल कोयल सच बतलाओक्या संदेशा लाई होबहुत दिनों के बाद...
प्रदीप - Pradeep
खिलौना माटी का – प्रदीप | Khilona Maati Ka – Pradeep
तूने खूब रचा भगवान्खिलौना माटी काइसे कोई ना सका पहचानखिलौना माटी का
वाह रे तेरा इंसान विधाताइसका भेद समझ में ना आताधरती से है इसका...
प्रदीप - Pradeep
अपनी माँ की किस्मत पर मेरे बेटे तू मत रो – प्रदीप | Apni Maa Ki Kismat Par Mere Bete Tu Mat Ro –...
अपनी माँ की किस्मत पर मेरे बेटे तू मत रोमैं तो काँटों में जी लुंगी जा तू फूलों पर सोअपनी माँ की किस्मत पर...
तू...
प्रदीप - Pradeep
चरागों का लगा मेला ये झांकी खूबसूरत है – प्रदीप | Charagon Ka Laga Mela Ye Jhanki Khoobsurat Hai – Pradeep
चरागों का लगा मेला ये झांकी खूबसूरत हैमगर वो रौशनी है कहाँमुझे जिसकी जरुरत हैये ख़ुशी लेके मैं क्या करूँमेरी है अब तलक रात...
प्रदीप - Pradeep
मैं एक नन्हा सा मैं एक छोटा सा बच्चा हूँ – प्रदीप | Main Ek Nanha Sa Main Ek Chhota Sa Bachcha Hoon –...
मैं एक नन्हा सा मैं एक छोटा सा बच्चा हूँतुम हो बड़े बलवानप्रभु जी मेरी लाज रखोमैं एक नन्हा सा
मैंने सुना है तुमने यहाँ...
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