नर हो न निराश करो मन कोकुछ काम करो कुछ काम करोजग में रहके निज नाम करोयह जन्म हुआ किस अर्थ अहोसमझो जिसमें यह व्यर्थ न होकुछ तो उपयुक्त करो तन कोनर हो न निराश करो मन को । संभलो कि सुयोग न जाए चलाकब व्यर्थ हुआ सदुपाय भलासमझो जग को न निरा सपनापथ आप […]
मैथिलीशरण गुप्त - Maithili Sharan Gupt
आर्य – मैथिलीशरण गुप्त | Arya – Maithili Sharan Gupt
हम कौन थे, क्या हो गये हैं, और क्या होंगे अभीआओ विचारें आज मिल कर, यह समस्याएं सभी भू लोक का गौरव, प्रकृति का पुण्य लीला स्थल कहांफैला मनोहर गिरि हिमालय, और गंगाजल कहांसंपूर्ण देशों से अधिक, किस देश का उत्कर्ष हैउसका कि जो ऋषि भूमि है, वह कौन, भारतवर्ष है यह पुण्य भूमि प्रसिद्घ […]