POET: तुलसीदास - Tulsidas

श्री रामचँद्र कृपालु भजु मन – तुलसीदास | Shriram Chandra Kripalu Bhajman – Tulsidas

श्री रामचँद्र कृपालु भजु मन हरण भवभय दारुणम्।नवकंज-लोचन, कंज-मुख, कर कंज, पद कंजारुणम्।। कंदर्प अगणित अमित छबि, नवनील-नीरद सुंदरम्।पट पीत मानहु तड़ित रुचि शुचि नौमि...

बजरंग बाण – तुलसीदास | Bajrang Baan – Tulsidas

निश्चय प्रेम प्रतीति ते, विनय करें सनमान ।तेहिं के कारज सकल शुभ,सि़द्ध करें हनुमान ।। जय हनुमंत संत हितकारी । सुन लीजै प्रभु अरज हमारी...

श्री हनुमान चालीसा – तुलसीदास | Shri Hanuman Chalisa – Tulsidas

श्री गुरू चरण सरोज रज, निज मन मुकुरु सुधारि,बरनउं रघुबर बिमल जसु, जो दायकु फल चारि ॥1॥ बुद्धिहीन तनु जानिके, सुमिरौं पवन कुमार,बल बुद्धि विद्या...

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